
गाज़ा पट्टी में जारी संघर्ष को समाप्त करने के उद्देश्य से अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तुत किए गए “गाज़ा पीस प्लान” को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं। इस योजना में इज़रायल और फ़िलिस्तीन के बीच स्थायी युद्धविराम, मानवीय सहायता के लिए गलियारा खोलने और संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में पुनर्निर्माण की रूपरेखा शामिल है।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि “किसी भी प्रकार की हिंसा स्थायी समाधान नहीं ला सकती, और संवाद ही शांति का रास्ता है।” उन्होंने ट्रंप के प्रयासों को मध्य पूर्व में स्थिरता लाने की दिशा में “सकारात्मक कदम” बताया।

इसी तरह ब्रिटेन, फ्रांस, जापान और सऊदी अरब सहित कई देशों के नेताओं ने भी इस योजना का स्वागत किया है। उनका मानना है कि अगर दोनों पक्षों ने इसे स्वीकार कर लिया, तो यह दशकों पुराने संघर्ष को खत्म करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित हो सकता है।

वहीं, कुछ विश्लेषकों ने इस योजना को “राजनीतिक रूप से संवेदनशील लेकिन साहसिक प्रस्ताव” करार दिया है। अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नज़र इस बात पर टिकी है कि क्या गाज़ा और इज़रायल इस योजना पर सहमति बनाते हैं या नहीं।
Reported By – Jatin Sisodiya