
हाल ही में अरब सागर में विकसित हुआ चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ अपनी तीव्रता बढ़ाते हुए भारत के पश्चिमी तट की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने इस तूफान को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है और कहा है कि यह तूफान गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा और दमन-दियू जैसे पांच राज्यों को प्रभावित कर सकता है।
चक्रवात मोंथा का प्रभाव
मोंथा तूफान के कारण इन राज्यों में तेज हवा, भारी बारिश और बाढ़ की संभावना बनी हुई है। समुद्री क्षेत्रों में ऊंची लहरें उठने का अनुमान है, जिससे मछुआरों और नाविकों को अलर्ट रहने की जरूरत है। मौसम विभाग ने इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है।
NDRF की तैयारियां
इस आपदा से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने 22 टीमों को तैनात किया है। इन टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य के लिए तत्काल सक्रिय किया जाएगा। साथ ही राज्य सरकारें भी आपातकालीन सेवाओं को तैयार कर रही हैं ताकि जरूरत पड़ने पर तेजी से सहायता पहुंचाई जा सके।
सरकार और प्रशासन की भूमिका
सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे प्रशासन की हिदायतों का पालन करें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक स्थानों को अस्थायी रूप से बंद किया जा सकता है। प्रशासन ने राहत शिविरों की व्यवस्था भी शुरू कर दी है ताकि प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान उपलब्ध कराया जा सके।
निष्कर्ष
चक्रवाती तूफान मोंथा की आशंका को देखते हुए पूरी तरह से सतर्क रहना आवश्यक है। मौसम विभाग और प्रशासन की तरफ से जारी किए गए सभी निर्देशों का पालन करना ही इस प्राकृतिक आपदा से सुरक्षित रहने का सबसे अच्छा तरीका है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरतें
