देश में सम्राट चौधरी जैसा आपराधिक चरित्र का व्यक्ति इतने बड़े पद पर नहीं है!प्रशांत किशोर का बिहार के उपमुख्यमंत्री पर गंभीर हमलाचुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर आपराधिक चरित्र का व्यक्ति” होने का अत्यंत गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि सम्राट चौधरी (जिनका नाम वह राकेश कुमार उर्फ सम्राट कुमार मौर्य बताते हैं) देश में शायद अकेले ऐसे व्यक्ति हैं जो इतने बड़े संवैधानिक पद पर रहते हुए आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं।प्रशांत किशोर ने एक पत्रकार की तरह पूरे मामले को उजागर करते हुए सम्राट चौधरी को पद से बर्खास्त करने और गिरफ्तार करने की मांग की।प्रशांत किशोर के मुख्य आरोप (एक पत्रकार की नज़र से)हत्या के अभियुक्त और जेल किशोर ने सम्राट चौधरी को 1995 के तारापुर (या लौना परसा) हत्याकांड** में सात लोगों की हत्या का अभियुक्त बताया। * उन्होंने दावा किया कि चौधरी इस मामले में जेल भी गए और उन्हें **तीन महीने जेल काटनी पड़ी।2. **नाबालिग होने का फर्जीवाड़ा:**

* प्रशांत किशोर के अनुसार, सम्राट चौधरी ने कथित तौर पर एक **फर्जी स्कूल प्रमाण पत्र** (BSEB एडमिट कार्ड) जमा करके खुद को **नाबालिग (15 वर्ष)** साबित किया। इसी आधार पर उन्हें कोर्ट से रिहाई (बेल) मिली। * उन्होंने इस बात पर सवाल उठाया कि 2020 के चुनावी हलफनामे में चौधरी ने अपनी उम्र 51 वर्ष बताई, जिसका मतलब है कि 1995 में उनकी उम्र लगभग 26 वर्ष थी। किशोर का तर्क है कि 26 वर्ष की उम्र के व्यक्ति को नाबालिग बताकर रिहा करना न्याय का मज़ाक है, और **सुप्रीम कोर्ट** ने भी उनके उम्र प्रमाण पत्र को **फर्जी** करार दिया था।3. **शैक्षणिक योग्यता में विसंगति:** * प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि 1998 में सुप्रीम कोर्ट में जमा दस्तावेजों के अनुसार, सम्राट चौधरी मैट्रिक में फेल हो गए थे (234 अंक आए थे)। इसके बावजूद 2010 के हलफनामे में उन्होंने खुद को **सातवीं पास** बताया और उनके पास कथित तौर पर **डी-लिट** की डिग्री भी है।

किशोर ने कहा कि एक क्लर्क या सिपाही भी फर्जी डिग्री के साथ पकड़ा जाए तो जेल जाता है, लेकिन एक उपमुख्यमंत्री इस फर्जीवाड़े के साथ पद पर बना हुआ है।4. **शिल्पी-गौतम हत्याकांड का उल्लेख:** * प्रशांत किशोर ने **1999 के चर्चित शिल्पी-गौतम हत्याकांड** को लेकर भी सम्राट चौधरी को घेरा।### **सम्राट चौधरी का पलटवार और प्रतिक्रिया:**प्रशांत किशोर के इन गंभीर आरोपों पर सम्राट चौधरी ने भी पलटवार किया:* **”नौसिखिए नेता”:** उन्होंने प्रशांत किशोर को **”नौसिखिया नेता”** करार दिया और कहा कि उनके पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वह **”खोजी पत्रकार”** बन गए हैं।* **पुराने गैंगवार का जिक्र:** सम्राट चौधरी ने कहा कि 1995 के गैंगवार में लालू यादव ने उनके परिवार के **22 लोगों को जेल** में डाला था।* **कोर्ट से बरी होने का दावा:** उनके समर्थकों ने यह दावा किया कि सम्राट चौधरी को कोर्ट ने 1997 और 1998 में ही **बरी** कर दिया था।* **भ्रष्टाचार का आरोप:** सम्राट चौधरी ने प्रशांत किशोर पर अपने **भ्रष्टाचार को बचाने** के लिए दूसरों पर थोपने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि वह उचित फोरम पर जवाब देंगे।—### **आगे की मांग और घटनाक्रम:**प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल से मांग की है कि सम्राट चौधरी को **तुरंत बर्खास्त कर गिरफ्तार** किया जाए। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार कार्रवाई नहीं करती है, तो उनकी पार्टी **जन सुराज** इस मुद्दे को लेकर **राज्यपाल** और **कोर्ट** का सहारा लेगी।
Reported By – Jatin Sisodiya