रक्षा क्षेत्र में बड़ा कदम उठाते हुए भारत सरकार ने स्वदेशी लड़ाकू विमान कार्यक्रम को नई उड़ान दे दी है। रक्षा मंत्रालय ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ **62,370 करोड़ रुपये का ऐतिहासिक

सौदा** किया है, जिसके तहत **97 तेजस लड़ाकू विमान** खरीदे जाएंगे। यह भारत के अब तक के सबसे बड़े घरेलू रक्षा सौदों में से एक माना जा रहा है।तेजस, भारत में विकसित हल्के लड़ाकू विमान (LCA) कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसे अत्याधुनिक तकनीक, बेहतर युद्धक क्षमता और भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।

रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस सौदे से भारतीय वायुसेना की ताकत में बड़ा इज़ाफ़ा होगा और आयात पर निर्भरता घटेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहा कि भारत न केवल रक्षा आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, बल्कि आने वाले वर्षों में **शीर्ष रक्षा निर्यातक देशों में शामिल** होने का लक्ष्य भी रखता है। मोदी ने इसे “आत्मनिर्भर भारत” अभियान का बड़ा पड़ाव बताया और युवाओं को रक्षा अनुसंधान और एयरोस्पेस सेक्टर में नवाचार के लिए प्रोत्साहित किया।

HAL के अधिकारियों ने बताया कि यह सौदा न केवल रोजगार सृजन में मदद करेगा बल्कि भारत की रक्षा आपूर्ति श्रृंखला को भी मजबूत बनाएगा। इसके अलावा, यह अनुबंध मेक-इन-इंडिया पहल को गति देगा और निजी उद्योगों को भी जोड़ते हुए पूरे इकोसिस्टम को लाभ पहुंचाएगा।रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि यह डील आने वाले समय में भारत की रक्षा तैयारियों को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी और देश को स्वदेशी उत्पादन के मोर्चे पर आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित होगी।
Reported By – Jatin Sisodiya