
/ भीड़ के दबाव की घटना के संदर्भ में, विजय (“Thalapathy” Vijay) ने कुछ भावुक और जिम्मेदारियुक्त बयान दिए हैं।
• 27 सितंबर 2025 को करूर जिले के Veluswamypuram क्षेत्र में विजय द्वारा आयोजित एक राजनीतिक रैली में भारी भीड़ जमा हुई।
• अनुमति से अधिक लोग आए, सुरक्षा एवं भीड़ नियंत्रण व्यवस्था असमर्थ पड़ी, और कई स्थानों पर लोग दब गए।
• इस हादसे में दर्जनों लोग मारे गए और कई घायल हुए।

विजय का बयान
“My heart is shattered; I am writhing in unbearable, indescribable pain and sorrow that words cannot express.”
(मतलब: “मेरा दिल टूट चुका है; मैं अपार, अवर्णनीय पीड़ा और शोक से झूल रहा हूँ, जिसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता।”)
• सहानुभूति और संवेदनाएँ
उन्होंने मृतकों के परिवारों को अपनी गहरी संवेदनाएँ व्यक्त की और घायल लोगों की शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
• जिम्मेदारी एवं कार्रवाई की अपील
उन्होंने यह कहा कि यदि किसी को सज़ा दी जानी हो, तो उसे स्वयं (वय) पर लगानी चाहिए न कि उनके समर्थकों या पार्टी कार्यकर्ताओं पर अन्याय हो।
इस संदर्भ में उन्होंने मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन से आग्रह किया कि कार्रवाई हो सकती है, लेकिन उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को नुकसान न पहुँचाया जाए।
• सत्य उजागर हो — निष्पक्ष जांच की मांग
विजय ने कहा कि इस मामले की पूरी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और “सच सामने आएगा” — implying कि दोषी को पकड़ा जाए लेकिन प्रक्रिया पारदर्शी हो।

• समर्थकों की चिंता
उन्होंने यह भावनात्मक अपील की:
“मेरे साथ कुछ भी कर लो सीएम साहब, लेकिन उन्हें (समर्थकों को) छोड़ दो।”
अर्थात्, समर्थक कार्यकर्ताओं को दुष्करायी कार्रवाई का शिकार ना बनाया जाए।
Reported By – Jatin Sisodiya