
अगर आप भी विटामिन B12 और D की कमी** से परेशान हैं, तो आपकी रसोई में ही इसका आसान इलाज छिपा है। विशेषज्ञों का कहना है कि **गेहूं के आटे में दो खास चीजें मिलाकर उसे रातभर रख देने** से न सिर्फ रोटी का स्वाद और पोषण बढ़ता है, बल्कि शरीर को जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स भी बेहतर तरीके से मिलते हैं।

🍞 क्या है यह देसी नुस्खा?
आयुर्वेदिक और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर आप गेहूं के आटे में दही और अलसी (Flax seeds)** मिलाकर उसे रातभर के लिए ढककर रख दें, तो उसमें प्राकृतिक **फर्मेंटेशन (Fermentation)** की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
सुबह जब आप उसी आटे से रोटियाँ बनाते हैं, तो उसमें मौजूद **गुड बैक्टीरिया, ओमेगा-3 फैटी एसिड, और विटामिन्स** शरीर में आसानी से अवशोषित हो जाते हैं।
🧬 कैसे काम करता है यह मिश्रण?

1. **दही** में मौजूद *प्रोबायोटिक्स* पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं और आंतों की हेल्थ सुधारते हैं।
2. **अलसी के बीज (Flax seeds)** में *विटामिन D*, *ओमेगा-3 फैटी एसिड*, और *फाइबर* होता है, जो हार्मोन संतुलन और दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद है।
3. रातभर रखे गए आटे में होने वाला **फर्मेंटेशन** प्राकृतिक तरीके से *विटामिन B12 का स्तर बढ़ा देता है* — जो आमतौर पर शाकाहारी भोजन में कम पाया जाता है।
🌞 सुबह की रोटियाँ क्यों हैं खास?
जब यह आटा सुबह पकाया जाता है, तो इसमें मौजूद पोषक तत्वों का **बायो-अवेलिबिलिटी (Bioavailability)** यानी शरीर द्वारा अवशोषित करने की क्षमता कई गुना बढ़ जाती है।
नतीजा —
थकान और कमजोरी में कमी
पाचन तंत्र मजबूत
विटामिन B12 और D का स्तर सुधरता है
और सबसे बड़ी बात — आम खाने की चीज़ों से ही सेहतमंद शरीर**
⚠️ ध्यान रखने योग्य बातें:
* आटे को ढककर ठंडी जगह पर रखें, ताकि वह ज़्यादा खट्टा न हो।
* गैस, एसिडिटी या ग्लूटेन एलर्जी वाले लोग डॉक्टर से सलाह लेकर ही अपनाएँ।
* सप्ताह में 2-3 बार यह रोटियाँ खाने से असर दिखने लगता है।
📋 निष्कर्ष:
यह देसी नुस्खा न तो महंगा है, न ही जटिल — लेकिन इसके हेल्थ बेनिफिट्स आधुनिक सप्लीमेंट्स से किसी भी तरह कम नहीं।
भारत में जहाँ बड़ी आबादी *विटामिन D और B12 की कमी* से जूझ रही है, वहाँ यह आसान उपाय **पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक पोषण विज्ञान का सुंदर संगम** साबित हो सकता है।
Reported By – Jatin Sisodiya