
सेंसर बोर्ड के फैसले के खिलाफ मेकर्स पहुंचे हाईकोर्टकेरल फिल्म इंडस्ट्री में इन दिनों मलयालम फिल्म ‘हाल’ (Haal) चर्चा में है — लेकिन इसकी वजह इसकी कहानी नहीं, बल्कि बीफ बिरयानी से जुड़ा विवाद है।दरअसल, सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने फिल्म के लगभग 15 सीन पर आपत्ति जताई है, जिनमें कथित रूप से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले संवाद और दृश्यों का जिक्र है।

इनमें बीफ बिरयानी को लेकर किए गए कुछ संवेदनशील संवाद और सामाजिक टिप्पणी भी शामिल है।सेंसर बोर्ड ने फिल्म को पास करने से पहले कई कट्स और एडिट्स की मांग की, जिसके बाद फिल्म के निर्माताओं ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। मेकर्स का तर्क है कि फिल्म समाज में व्याप्त सांप्रदायिक विभाजन और सांस्कृतिक पहचान पर आधारित है, और इसे प्रतिबंधित करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है।

फिल्म के निर्देशक का कहना है कि “‘हाल’ सिर्फ एक व्यंजन नहीं, बल्कि समाज के भीतर मौजूद मतभेदों की परतें खोलती है।” वहीं, CBFC का कहना है कि फिल्म में इस्तेमाल किए गए कुछ डायलॉग और दृश्य सार्वजनिक शांति भंग कर सकते हैं।अब मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है, और फैसला यह तय करेगा कि क्या “हाल” को बिना कट्स के रिलीज की मंजूरी मिलेगी या नहीं।फिल्म जगत में यह मामला एक बार फिर सेंसरशिप बनाम क्रिएटिव फ्रीडम की बहस को हवा दे रहा है।
Reported By – Jatin Sisodiya